OLA Electric Share में 6% की भारी गिरावट, मचा हड़कंप
OLA Electric Share: OLA Electric Share में सोमवार, 17 मार्च को बड़ी गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट उस खबर के बाद आई, जिसमें बताया गया कि कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज के खिलाफ दिवाला और दिवालियापन संहिता (IBC), 2016 की धारा 9 के तहत एक याचिका दायर की गई है।
इस याचिका को एक लेनदार रोसमेर्टा डिजिटल सर्विसेज द्वारा नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में दायर किया गया है। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट निवेशकों के बीच चिंता का कारण बन रही है।
OLA Electric Share की यह खबर शेयर बाजार के लिए बड़ा झटका साबित हो रही है, क्योंकि यह स्टार्टअप इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेक्टर में तेजी से उभर रही थी। अब सवाल यह उठता है कि यह पूरा मामला क्या है, इसका ओला इलेक्ट्रिक पर क्या असर होगा और निवेशकों को आगे क्या करना चाहिए? आइए, विस्तार से समझते हैं।
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क्या है पूरा मामला?
OLA Electric Share ने शनिवार, 15 मार्च को स्टॉक एक्सचेंजों को एक आधिकारिक सूचना दी थी, जिसमें कहा गया कि उसकी सहायक कंपनी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज के खिलाफ रोसमेर्टा डिजिटल सर्विसेज द्वारा दिवालियापन याचिका (Insolvency Petition) दायर की गई है।
इस याचिका में आरोप लगाया गया है कि ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज द्वारा रोसमेर्टा डिजिटल सर्विसेज को किए जाने वाले भुगतान में चूक हुई है।
इसी आधार पर कंपनी ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) के बेंगलुरु बेंच में याचिका दायर की है।दिवालियापन और दिवालियापन संहिता (IBC), 2016 की धारा 9 के तहत ऑपरेशनल क्रेडिटर को यह अधिकार है कि वह अपने बकाया भुगतान को लेकर कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकता है।
अगर यह याचिका सही पाई गई और NCLT ने इसे स्वीकार कर लिया, तो ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज के खिलाफ कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) शुरू की जा सकती है।
ओला इलेक्ट्रिक का जवाब:
इस पूरे मामले पर ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी सफाई दी है। कंपनी ने इस दावे को पूरी तरह खारिज किया और कहा कि वह इस आरोप के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेगी।
कंपनी ने बयान जारी कर कहा:
“हम इन आरोपों का कड़ा विरोध करते हैं और कानूनी सलाह ले रहे हैं। हम अपने हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।”
कंपनी ने यह भी साफ किया कि वह अपने सभी वित्तीय दायित्वों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी गलतफहमी को दूर करने के लिए तैयार है।
शेयर बाजार पर असर: 6% से ज्यादा की गिरावट!
इस खबर का सीधा असर ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों पर पड़ा है।
सोमवार, 17 मार्च को सुबह 10:25 बजे तक:
- BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) पर ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 6.31% की गिरावट दर्ज की गई।
- स्टॉक ₹47.31 के दिन के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।
- पिछले एक महीने में स्टॉक में 22% की गिरावट आई है।
- पिछले तीन महीनों में इसमें 51% की गिरावट दर्ज की गई है।
- वहीं, पिछले छह महीनों में 60% तक की गिरावट देखी गई है।
- साल-दर-साल (YTD) आधार पर स्टॉक में 45% की गिरावट आई है।
शेयरहोल्डर्स को नुकसान:
जो निवेशक ओला इलेक्ट्रिक के शेयर खरीद चुके थे, उन्हें इस गिरावट से भारी नुकसान हुआ है। कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।
क्या है निवेशकों के लिए खतरा?
ओला इलेक्ट्रिक का मामला उन निवेशकों के लिए चिंता का विषय बन सकता है, जिन्होंने इस स्टार्टअप में उम्मीदें लगाई थीं। इस मामले से जुड़ी कुछ प्रमुख चिंताएं हैं:
- NCLT का निर्णय: अगर NCLT इस याचिका को स्वीकार कर लेता है और दिवालियापन प्रक्रिया शुरू होती है, तो इससे कंपनी को कानूनी और वित्तीय दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
- बाजार में भरोसे की कमी: कंपनी पर वित्तीय संकट का असर इसके ब्रांड और भविष्य की योजनाओं पर पड़ सकता है।
- स्टॉक में और गिरावट: निवेशकों को निकट भविष्य में ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
ओला इलेक्ट्रिक की स्थिति पर नजर डालें
कंपनी प्रोफाइल: ओला इलेक्ट्रिक भारत की अग्रणी इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनियों में से एक है। कंपनी ने हाल ही में IPO लाने की भी योजना बनाई थी।
फंडिंग और निवेश: ओला इलेक्ट्रिक को टाटा, सॉफ्टबैंक और टेमासेक जैसे बड़े निवेशकों का समर्थन प्राप्त है।
भविष्य की योजनाएं: कंपनी इलेक्ट्रिक कार और नए स्कूटर मॉडल्स लॉन्च करने की तैयारी कर रही थी, लेकिन मौजूदा विवाद से उसकी योजनाओं पर असर पड़ सकता है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
अगर आपने ओला इलेक्ट्रिक के शेयर खरीदे हैं या खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
शेयर पर नजर रखें: स्टॉक में तेजी से उतार-चढ़ाव हो सकता है, इसलिए किसी भी निर्णय से पहले पूरी जानकारी लें।
कंपनी की आधिकारिक घोषणाओं का इंतजार करें: ओला इलेक्ट्रिक अपने बचाव के लिए क्या कदम उठाएगी, यह जानना जरूरी होगा।
विशेषज्ञों से सलाह लें: बाजार के जानकारों से राय लेकर ही निवेश संबंधी फैसले लें।
शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट से बचें: अगर आप जल्दी मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं, तो अभी ओला इलेक्ट्रिक में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।
ओला इलेक्ट्रिक भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में तेजी से उभर रही थी, लेकिन हाल ही में उसके शेयरों में भारी गिरावट और सहायक कंपनी के खिलाफ दिवालियापन याचिका ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है। हालांकि, कंपनी ने इन आरोपों का साफ इनकार किया है और कानूनी कदम उठाने की बात कही है।
अब निवेशकों और ग्राहकों की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि NCLT इस याचिका पर क्या निर्णय लेता है और ओला इलेक्ट्रिक इससे कैसे निपटती है। अगर कंपनी इस संकट से पार पा लेती है, तो यह उसके भविष्य के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकता है।
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