Panchang 18 April 2025: जानिए आज का Lucky Day या अशुभ संकेत, गुलिक काल और यमगंड से सावधान!

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Panchang 18 April 2025: जानिए आज का Lucky Day या अशुभ संकेत, गुलिक काल और यमगंड से सावधान!

Panchang 18 April 2025: भारतीय संस्कृति में पंचांग का विशेष स्थान है। यह केवल तिथियों और नक्षत्रों की जानकारी नहीं देता, बल्कि यह हमारे जीवन को सही दिशा में ले जाने वाला मार्गदर्शक होता है। जो व्यक्ति पंचांग के अनुसार अपने कार्यों की योजना बनाता है, वह न केवल शुभता प्राप्त करता है, बल्कि जीवन में आने वाले अनेक संकटों से भी बच जाता है।

आज हम बात करेंगे Panchang 18 April 2025, दिन शुक्रवार के विस्तृत पंचांग की, जिसमें तिथि, नक्षत्र, योग, करण, राहुकाल, शुभ मुहूर्त, ग्रह स्थिति, चंद्र राशि, सूर्योदय-सूर्यास्त का समय, चौघड़िया और विशेष उपायों को भी सरल भाषा में बताया गया है।

18 अप्रैल 2025, शुक्रवार का पंचांग (जयपुर, राजस्थान)

हिंदू पंचांग के अनुसार:
तिथि: वैशाख माह, कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि
वार: शुक्रवार
नक्षत्र: ज्येष्ठा नक्षत्र (रात्रि तक), फिर मूल नक्षत्र
योग: परिघ योग
पक्ष: कृष्ण पक्ष
मास: वैशाख (अमांत पंचांग के अनुसार)
ऋतु: वसंत ऋतु
चंद्रमा की स्थिति: वृश्चिक राशि में, रात में धनु राशि में प्रवेश
सूर्योदय: सुबह 5:53 बजे
सूर्यास्त: शाम 6:49 बजे
दिनमान: 12 घंटे 56 मिनट

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Panchang 18 April 2025

 

मुख्य पंचांग:

तिथि विवरण:

कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि 18 अप्रैल को सुबह से शुरू होकर अगले दिन (19 अप्रैल) तड़के तक रहेगी। पंचमी तिथि का विशेष महत्व है – यह माँ लक्ष्मी और नाग देवता की आराधना के लिए शुभ मानी जाती है।

तिथि आरंभ: 17 अप्रैल की रात 11:11 बजे
तिथि समाप्त: 18 अप्रैल की रात 11:03 बजे

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नक्षत्र विवरण:

इस दिन ज्येष्ठा नक्षत्र रहेगा, जो कि रात्रि तक चलेगा। इसके बाद मूल नक्षत्र का प्रवेश होगा।

ज्येष्ठा नक्षत्र समाप्ति: रात 12:20 बजे
मूल नक्षत्र आरंभ: 19 अप्रैल, 12:21 AM से

ज्येष्ठा नक्षत्र में धार्मिक कार्य, व्रत, तप, और आध्यात्मिक साधनाएँ विशेष फलदायक मानी जाती हैं।

योग विवरण:

परिघ योग का संयोग रहेगा। यह योग दुर्गा साधना, बाधा निवारण और तांत्रिक अनुष्ठानों** के लिए श्रेष्ठ माना गया है।

परिघ योग की अवधि:
18 अप्रैल को सुबह 08:05 बजे से अगले दिन सुबह 06:45 बजे तक।

चंद्रमा की स्थिति:

चंद्रमा दिन के पहले भाग में वृश्चिक राशि में रहेगा और फिर रात्रि में धनु राशि में प्रवेश करेगा।

राशि परिवर्तन का समय:
चंद्रमा वृश्चिक से धनु राशि में रात 8:41 बजे प्रवेश करेगा।

वृश्चिक राशि में चंद्रमा भावुकता, अंतर्ज्ञान और आध्यात्मिकता को बढ़ाता है।
धनु राशि में चंद्रमा ऊर्जावान, साहसी और धर्मिक सोच प्रदान करता है।

अभिजीत मुहूर्त:

यह दिन का सबसे श्रेष्ठ समय होता है जब किसी भी कार्य को बिना विचार किए किया जा सकता है।

समय: सुबह 11:55 से दोपहर 12:46 तक

विवाह हेतु शुभ मुहूर्त:

18 अप्रैल की रात 1:04 बजे से 19 अप्रैल की सुबह 5:52 बजे तक विवाह का श्रेष्ठ मुहूर्त है।
नक्षत्र: मूल
तिथि: षष्ठी तिथि
राशियों की स्थिति अनुकूल

राहुकाल (अशुभ समय):

कोई भी महत्वपूर्ण कार्य या शुभ शुरुआत इस समय में नहीं करनी चाहिए।

शुक्रवार का राहुकाल: सुबह 10:44 से दोपहर 12:21 तक

नोट: राहुकाल में यात्रा, सौदा, सगाई, मुहूर्त आदि कार्य न करें।

गुलिक काल: सुबह 07:30 से 09:06 तक
यमगण्ड काल: दोपहर 03:34 से 05:10 तक
गुलिक काल में भी शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं, लेकिन यात्रा आरंभ की जा सकती है।

दिन विशेष धार्मिक महत्व

श्री लक्ष्मी पूजन व व्रत

पंचमी तिथि में माँ लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से आर्थिक समृद्धि आती है। इस दिन प्रातः स्नान के बाद शुद्ध स्थान पर दीपक जलाकर “ॐ श्रीं श्रीये नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।

नाग पूजन विशेष

पंचमी तिथि विशेष रूप से नाग देवता को समर्पित मानी जाती है। भूमि पूजन, वास्तु दोष निवारण, और सांपों से जुड़ी पीड़ा को दूर करने हेतु यह तिथि उत्तम है।

ज्येष्ठा नक्षत्र का प्रभाव

ज्येष्ठा नक्षत्र में की गई पूजा, तपस्या और दान विशेष फल देती है।

  • माँ दुर्गा की उपासना करें

  • घर में “दुर्गा सप्तशती” का पाठ करें

  • कन्याओं को भोजन कराएं

शुक्रवार का विशेष उपाय:

शुक्रवार को माँ लक्ष्मी और शुक्र ग्रह के पूजन का दिन माना गया है।
उपाय:

इससे आर्थिक स्थिति मज़बूत होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।

व्यापार:

  • व्यापारियों के लिए दिन मध्यम है

  • पुराने अटके हुए लेन-देन पूरे हो सकते हैं

  • साझेदारी में सावधानी रखें

नौकरी:
  • अधिकारी वर्ग से सहयोग मिलेगा

  • प्रमोशन की संभावना

  • विदेश यात्रा या प्रोजेक्ट की चर्चा संभव

विद्यार्थियों के लिए:
  • ज्येष्ठा नक्षत्र में पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ती है

  • प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए समय श्रेष्ठ

  • ध्यान और योग से लाभ होगा

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स्वास्थ्य संबंधी सलाह

घरेलू उपाय:

  • तुलसी का सेवन करें

  • हल्का भोजन करें

  • ध्यान व प्राणायाम करें

राशिफल:

राशि दिन की स्थिति
मेष अनुकूल समय, नया काम शुरू करें
वृषभ धन लाभ के संकेत, सतर्क रहें
मिथुन यात्रा के योग, परिवारिक सहयोग
कर्क खर्च अधिक हो सकता है, ध्यान रखें
सिंह नौकरी में तरक्की के योग
कन्या जीवनसाथी से मनमुटाव संभव
तुला सेहत सामान्य, व्यापार में लाभ
वृश्चिक चंद्रमा की स्थिति से मन उद्विग्न
धनु उत्साह रहेगा, यात्रा का योग
मकर रुके कार्य पूरे होंगे
कुंभ मानसिक तनाव से बचें
मीन शिक्षा में सफलता, नए अवसर
दैनिक संदेश

“सकारात्मक सोच और संयम से हर समस्या का हल निकलता है। शुक्रवार का दिन माँ लक्ष्मी को समर्पित है, अपने कर्मों को शुद्ध रखें और ईश्वर पर विश्वास बनाए रखें।”

शुक्रवार विशेष मंत्र:

ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः
(108 बार जप करें)

 पाठ:
  • श्री लक्ष्मी चालीसा

  • कनकधारा स्तोत्र

  • दुर्गा सप्तशती (अध्याय 1 से 3)

आज का व्रत-उपवास

शुक्रवार व्रत:

  • महिलाएं संतान सुख और वैवाहिक जीवन की समृद्धि के लिए करती हैं

  • सादा भोजन, सफेद वस्त्र और माँ लक्ष्मी की पूजा

दान-पुण्य सुझाव
  • सफेद वस्त्र दान करें

  • खीर या मिश्री गरीबों को खिलाएं

  • कन्याओं को वस्त्र व फल दें

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