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स्मार्टफोन इंटरनेशनल शिपमेंट्स में Samsung नंबर 1, Apple दूसरे स्थान पर, अमेरिकी बाजार में 12% की ग्रोथ

स्मार्टफोन इंटरनेशनल शिपमेंट्स में Samsung नंबर 1, Apple दूसरे स्थान पर, अमेरिकी बाजार में 12% की ग्रोथ

Samsung: स्मार्टफोन बाजार की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च 2025) की रिपोर्ट में एक बार फिर सैमसंग ने बाजी मार ली है। इंटरनेशनल स्मार्टफोन शिपमेंट्स के आंकड़ों में दक्षिण कोरियाई कंपनी Samsung ने 20 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ पहला स्थान कायम रखा है। वहीं, Apple 19 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरे पायदान पर रहा। यह जानकारी मार्केट रिसर्च फर्म Canalys की ताजा रिपोर्ट में सामने आई है।

इंटरनेशनल शिपमेंट्स में मामूली बढ़ोतरी

इस वर्ष की पहली तिमाही में वैश्विक स्तर पर स्मार्टफोन की शिपमेंट्स में 0.2 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है। Canalys के मुताबिक, इस दौरान कुल 29.69 करोड़ यूनिट्स की शिपमेंट हुई। यह लगातार तीसरी तिमाही है जब मार्केट की ग्रोथ सीमित रही है।

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Samsung ने इस तिमाही में लगभग 6.05 करोड़ यूनिट्स स्मार्टफोन्स की शिपमेंट की है, जिससे कंपनी को 20% का बाजार हिस्सा मिला। कंपनी को इस ग्रोथ में Galaxy S25 सीरीज और नई Galaxy A सीरीज के लॉन्च का बड़ा फायदा मिला।

Apple दूसरे स्थान पर

Apple ने इस तिमाही में करीब 5.5 करोड़ यूनिट्स की शिपमेंट की, जिससे उसे 19% का मार्केट शेयर मिला। अमेरिका जैसे बड़े बाजार में iPhones की मजबूत पकड़ अब भी बनी हुई है।

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तीसरे नंबर पर Xiaomi

चीन की Xiaomi ने इस दौरान 4.18 करोड़ यूनिट्स की शिपमेंट की और करीब 14 प्रतिशत का मार्केट शेयर हासिल किया। यह कंपनी तीसरे स्थान पर रही।

इसके अलावा Vivo और Oppo ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और दोनों कंपनियां क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर रहीं। इनका मार्केट शेयर लगभग 8-8 प्रतिशत रहा।

किन मार्केट्स में रही तेजी और गिरावट?

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका, चीन और अफ्रीका जैसे बाजारों में स्मार्टफोन की शिपमेंट्स में वृद्धि हुई है। वहीं भारत, लैटिन अमेरिका और मिडल ईस्ट के मार्केट्स में गिरावट देखी गई।

विशेषकर भारत में स्मार्टफोन की बिक्री में सुस्ती देखी गई है, जो मार्केट के लिए चिंता का विषय बन सकता है।

अमेरिका में 12% ग्रोथ, Apple की पकड़ मजबूत

अमेरिका के स्मार्टफोन मार्केट ने वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 12 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है। इस ग्रोथ में Apple की हिस्सेदारी अहम रही है। Apple ने अमेरिकी बाजार में Iphones की सप्लाई बनाए रखने के लिए इनवेंटरी स्टॉक करना शुरू कर दिया है, ताकि चीन पर अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से बचा जा सके।

Apple का प्लान है कि भविष्य में अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर iPhones की मैन्युफैक्चरिंग भारत में की जाए। इससे कंपनी को टैरिफ के नुकसान से राहत मिलेगी।

भारत में बढ़ेगा iPhone का निर्माण

रिपोर्ट के अनुसार, Apple ने भारत में iPhone मैन्युफैक्चरिंग को लगभग दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स ने पिछले वित्त वर्ष में करीब 4 करोड़ यूनिट्स असेंबल किए थे। अब Apple इस संख्या को 8 करोड़ यूनिट्स से अधिक तक पहुंचाना चाहता है।

इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि अमेरिका में चीन से आयात पर भारी टैक्स (टैरिफ) लगाया गया है। Donald Trump प्रशासन के दौरान लागू हुए इन नियमों से Apple को चीन से सीधे इम्पोर्ट करने में भारी लागत आती है।

भारत में प्रोडक्शन बढ़ाने से न केवल भारत को आर्थिक लाभ मिलेगा, बल्कि Apple को भी अमेरिका में सस्ते इम्पोर्ट्स का फायदा मिल सकेगा।

इस साल की पहली तिमाही में Samsung ने इंटरनेशनल स्मार्टफोन बाजार में अपनी बादशाहत कायम रखी है, जबकि Apple और Xiaomi भी मजबूती से टिके हुए हैं। अमेरिका में बाजार में जोरदार ग्रोथ देखने को मिली है, वहीं भारत जैसे विकासशील देशों में गिरावट एक चिंता का संकेत हो सकता है। आने वाले समय में Apple द्वारा भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने से भारत को ग्लोबल सप्लाई चेन में एक बड़ी भूमिका मिल सकती है।

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